ATI VISHISHT ,ADBHUT ,DURLABH MAHAMRITYUNJAY MANTRA....
अति विशिष्ट, अद्भुत और दुर्लभ महामृत्युजय मंत्र-
MANTRA:-
"ॐ त्रयंबकं यजामहे सुगंधिम् पुष्टीवर्धनम ऊर्वारुकमिव स्तुता वरदा प्रयोदयंताम् आयुः प्राणं प्रजां पशुं ब्रम्ह वर्चसं मह्यम् दत्वा ब्रजत ब्रम्ह लोकं॥"
ये बहुत ही विशिष्ट और अद्भुत महामृत्युंजय मंत्र है ,ये मंत्र हमें अपने गुरुदेव से प्राप्त हुआ है | इस मंत्र की ये विशेषता है कि इसका नित्य श्रवण करने से या जाप करने से वात ,पित्त और... कफ़ ,तीनो प्रकार के दोषों का नाश होता है| इस मंत्र का अगर पारद शिवलिंग के सामने पूर्ण श्रद्धा से जाप किया जाए,तो शरीर में कैसा भी रोग क्यों न हो ,वह धीरे धीरे कम होता ही है,और लगातार यदि जाप किया जाए तो रोग समाप्त भी हो जाता है|यदि पारद शिवलिंग पर गाय के कच्चे दूध और पानी मिश्रित जल से अभिषेक किया जाए तो ये प्रक्रिया और भी जल्दी संपन्न हो जाती हैं|मंत्र जाप या अभिषेक में मंत्र की आवृत्ति नित्य कम से कम १०८ बार अवश्य होना चाहिए| ||जय सदगुरुदेव||